भारत में ही मौजूद हैं वो चार झील, जहां नहाने मात्र से छूमंतर हो जाती हैं बीमारियां
जब भी हम कहीं घूमने की बात करते है तो सबसे पहले हम उस जगह की शांति देखते है। ताकि घर रिश्तेदार और ऑफिस के किसी भी तनाव से दूर जा कर के हमें खुशनुमा माहौल में अपने दिमाग को शांत कर सके। भारत में ऐसी जगह है जहां पर आप जाकर चार सुकून भरे पल आसानी से बता सकते हैं। तो आइए आज हम आपको बताते है। उन जगहों के बारे में जहां पर जाकर आप अपने आप को बिल्कुल तनावमुक्त महसूस करेंगे।
गंगनानी
यह छोटा सा ऐसा गांव है जहां पर गंगोत्री का रूट पड़ता है। जिसकी वजह से यहां पर आने वाले श्रद्धालु इस गर्म पानी में डुबकी लगाकर जाते हैं। लोगों का ऐसा मानना है कि सोते में डुबकी लगाने से गंगोत्री की चढ़ाई के लिए वह तरोताजा महसूस करते हैं।
मणिमहेश झील
आपको बता दें कि यह जीन कैलाश की चोटी की तलहटी पर बनी हुई है। ऊंची झील अपनी जादुई शक्तियों के लिए काफी ज्यादा फेमस है। यहां के सारे लोगों का कहना है कि की झील मांसपेशियों को मजबूत करती है और इसके साथ ही है शारीरिक घाव को भी जल्दी से भर देती है। यहां पर हर साल हजारों श्रद्धालु आकर स्नान करते हैं और डुबकी लगाकर चारों और तीन-तीन बार पर परिकम्मा भी लगाते हैं।
भीमकुंड
साधारण सी दिखने वाली है प्राकृतिक गुफा के बीच में बना हुआ यह कुल भारत के सबसे रहस्यमई जल स्त्रोतों में से एक है। हालांकि कहा जाता है कि इस गुफा की गहराई इतनी ज्यादा है कि जिसे आज तक कोई भी नहीं माप पाया है। इतना ही नहीं इस को मापने के लिए डिस्कवरी चैनल भी नाकाम रहा है। प्राकृतिक आपदा आने पर यहां का जलस्तर अपने आप बढ़ जाता है।
गुरुडोंगमार झील
भारत की सबसे ऊंची जिलों में से एक है। आपको बताते हैं कि गुरु नानक देव जी ने एक बार झील के एक हिस्से को जैसे ही छुआ था। वैसे ही वह जम गया था। तब से स्थानीय लोग यह दावा करते हैं कि इस झील के जल को पीने से ताकत मिलती है।