यूपी के गोंडा जिले में जमीन के अंदर से निकल रहा है लावा, ज्वालामुखी फटने की आशंका, जानिए क्या है इस वायरल मैसेज का सच
आजकल के जमाने में हर कोई सोशल मीडिया का इस्तेमाल करता है। दरअसल सोशल मीडिया एक ऐसा प्लेटफार्म है जिस पर आए दिन कुछ न कुछ वायरल होता रहता है। चाहे फिर वो कोई खबर हो या फिर कोई तस्वीर हो या कोई वीडियो हो।
सच हो या झूठ हो बस एक बार कोई चीज़ वायरल हो गई तो मिनटों में सबके पास पहुंच जाती है। यही कारण है कि आजकल खबरों की सच्चाई जानना भी बेहद आवश्यक है। दरअसल इसी तरह आजकल जमीन से धुआं निकलने की घटना की कुछ तस्वीरें और वीडियो वायरल हो रही हैं।
बता दें कि वायरल तस्वीरों में जमीन के नीचे आग लगी हुई दिखाई दे रही है, वीडियो में आसपास घूमते चिंतित लोगों और जमीन से निकलता धुआं भी देखा जा सकता है।
दरअसल ऐसा दावा किया जा रहा है कि उत्तरप्रदेश के गोंडा जिले में जमीन धंस गई और लावा निकल रहा है। यूजर्स पोस्ट शेयर करते हुए इसे प्रकृति का कहर बताते हुए ज्वालामुखी फटने की आशंका भी जता रहे हैं।
वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर भी वायरल हैं।
क्या हुआ वायरल
आपको बता दें कि इसके कैप्शन में लिखा जा रहा है कि, “प्रकृति का कहर..उत्तरप्रदेश के गोंडा जिले के दुल्हापुर गांव के मुडागालिब जंगल में 2 बीघा जमीन धंसने से गांव में सनसनी। जमीन के अंदर ज्वालामुखी फटने की आशंका है।”
प्रकृति का कहर!
यूपी के गोंडा जिले के दूल्हापुर गांव में बीट मूडागालिब जंगल में जमीन धसने और जमीन के अंदर से आग निकलने से क्षेत्रीय लोगों में सनसनी फैली हुई है। बड़ा हादसा होने का अंदेशा है। प्रशासन को तुरंत संज्ञान लेते हुए, उचित कदम उठाना चाहिए। pic.twitter.com/GPvdqAYEtO— के पी मलिक K P Malik (@KPMalik10) July 5, 2019
क्यों है ये फेक
आपको बता दें कि इंटरनेट पर सर्च करने पर उत्तरप्रदेश के गोंडा जिले में ऐसी कोई घटना होने की पुष्टि करती कोई खबर नहीं मिली।
दरअसल पता चला है कि वायरल वीडियो और तस्वीरें उत्तरप्रदेश के गोंडा जिले की नहीं बल्कि लखीमपुर खीरी की है।
मालूम हो कि लखीमपुर खीरी में मोहम्मदी तहसील के बेलापहाड़ा (दुल्हापुर) गांव में जंगल के पास की करीब 2 हेक्टेयर जमीन के नीचे आग लगी दिखाई दी।
बता दें कि वन विभाग द्वारा की गई जांच में आग का कारण “पीट फायर” को बताया गया। दरअसल पहले यहां से गोमती नदी का कटान था, जहां से बाद में नदी की धारा चली गई।
मालूम हो कि धारा वाले खाली स्थान में जंगल का कचरा आदि इकट्ठा होने से मिट्टी की परत बनी, जिसने गर्मी में आग पकड़ ली थी। भूगर्भशास्त्रियों के अनुसार पीट फायर या सब-सरफेस फायर दुनिया भर के जंगलों में आम है।
आपको याद दिला दें कि जून 2019 में कई मीडिया हाउसेज ने इस घटना का कवरेज किया था। दरअसल टाइम्स ऑफ इंडिया ने 16 जून को इस संबंध में खबर प्रकाशित की थी।