शुरुआत में जिन्होंने की थी एमएस धोनी की मदद अब उनका तीन बल्लों से खेलकर अहसान चुका रहे हैं
महेंद्र सिंह धोनी पिछले कुछ महीनों से तीन अलग-अलग बल्लों का प्रयोग कर रहे हैं। वह SS, SG और BAS कंपनी के बल्ले से खेल रहे हैं। जब वह क्रीज पर बल्लेबाजी का उतरते हैं तो उनके पास अलग कंपनी का बल्ला होता है। वही जब आखिरी ओवरों में बल्लेबाजी करते हैं तो वह किसी और कंपनी के बल्ले का इस्तेमाल करते हैं। वेस्टइंडीज के खिलाफ खेले गए मुकाबले में धोनी को एक गेंद के लिए भी बल्ला परिवर्तित करते हुए देखा गया और उन्होंने इसके बाद छक्का लगा दिया था।
महेंद्र सिंह धोनी के मैनेजर का कहना है कि इस तरह वह स्पॉन्सर्स का अहसान जता रहे हैं क्योंकि उन्होंने धोनी के करियर बनाने में सहायता की। अरुण पांडे ने अंग्रेजी अखबार मुंबई मिरर को बताया कि धोनी बहुत ही बड़े दिल का आदमी है। यह बात सही है कि वह अलग अलग कंपनी के बल्ले से खेल रहा है। हालांकि वह इसके लिए कंपनी वालों से पैसे नहीं ले रहा है। इस तरह धोनी उनकी मदद कर रहे हैं।
पांडे का कहना है कि धोनी को वह पैसों की जरूरत नहीं है। उन्होंने खूब पैसे कमा लिए हैं। उन्होंने बताया कि BAS कंपनी शुरू से ही धोनी के साथ थी। SG कंपनी ने भी धोनी की बहुत सहायता की। धोनी ने जब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखा था तब ही BAS उनसे जुड़ गया था।
BAS कंपनी के मालिक पुष्प कोहली ने कहा कि इससे धोनी की महानता का पता चलता है। हमारा और धोनी का जुड़ाव बहुत पुराना है जिसे फिल्मों में भी दिखाया गया। धोनी ने वर्तमान में किसी भी बैट कंपनी से कांट्रैक्ट नहीं किया है। लेकिन कुछ कंपनियों की मदद करने के लिए धोनी फ्री में ही उनकी बल्ले का इस्तेमाल कर रहे हैं। अंतिम साल में धोनी का ऑस्ट्रेलियन कंपनी स्पार्टन से कॉन्ट्रैक्ट हुआ था।
बड़े क्रिकेटर बैट बनाने वाली कंपनी का स्टीकर अपने बैट पर लगाने के लिए तकरीबन 1 साल के लिए कंपनी से 4 से 5 करोड रुपए लेते हैं। वहीं यदि वह खिलाड़ी शतक लगाता या मैन ऑफ द मैच बनता है तो उसे बोनस अलग से मिलता है। आईपीएल और वर्ल्ड कप जैसे टूर्नामेंट में यह फीस बहुत ज्यादा बढ़ा दी जाती है। विराट कोहली अपने बैट पर स्टीकर लगाने के लिए 8 से 9 करोड रुपए लेते हैं।